हरियाणा के वित्त आयुक्त और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों व प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए हैं कि वे अगले सप्ताह में 2 से 3 दिन जिलों में जाएं और अपने विभाग से संबंधित परियोजनाओं का अध्ययन करें और जिन परियोजनायों में देरी हो रही है उन्हें समन्वय के साथ काम करते हुए जल्द पूरा करवाने की कोशिश करें।



इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि पिछले दिनों प्रशासनिक सचिवों को 1-1 जिला आवंटित किया गया था ताकि उन जिलों की रुकी हुई व मुख्य परियोजनाओं के कार्य में तेजी लायी जा सके। इसके अलावा, इन जिलों में जिला लोक कष्ट निवारण समिति की बैठक में यदि चेयरमैन मंत्री ना आ पाए तो प्रशासनिक सचिव ये बैठकें करें और उसकी समीक्षा करें।


उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए हैं कि किसी भी एक गांव में जाकर वहां की सुविधाओं के संबंध में जानकारी हासिल करें और वहां के प्रगतिशील किसानों से बात करें ताकि किसानों की आय को दोगुना किया जा सके। कौशल ने बताया कि वर्तमान सरकार का यह ध्येय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार वर्ष 2022 तक किसानों की आमदनी को दुगुनी किया जा सके।


उन्होंने कहा कि सारे देश की सरकारें इस ओर आगे बढ़ रही हैं लेकिन हरियाणा की सरकार इस पर तत्परता से काम कर रही है और कौन-कौन सी फसलों से किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है उस बारे में जानकारी किसानों को दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि जिलों में वरिष्ठ अधिकारी जाएंगे तो सरकार की गतिविधियों को और तेजी मिलेगी।


कोविड महामारी के संबंध में उन्होंने बताया कि राज्य में कोविड-19 की स्थिति पर नियंत्रण है और हमारा कोविड-19 पॉजिटिविटी रेट 2.13 प्रतिशत रह गया है। इसके अलावा, राज्य में इस महामारी से निपटने के लिए बेड की पूरी व्यवस्था की हुई है और दूसरी लहर के दौरान जहां पर हमने अतिरिक्त मरीजों को रखने के लिए बेड और अस्पताल स्थापित किए थे, वहां पर भी अब मरीजों की संख्या कम हो रही है, परंतु यह उपलब्धता बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि हम सजग हैं ताकि दोबारा महामारी का प्रकोप इस तरह से ना फैल सके।


उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के नियंत्रण के लिए एम्फोटेरिसिन-बी की आवश्यकता होती है। पिछले दिनों उसकी कमी चल रही थी लेकिन राज्य सरकार ने भारत सरकार के साथ समन्वय स्थापित करके इस दवाई की उपलब्धता को बढ़ाया है और अब दवाई की उपलब्धता प्रदेश में बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में डॉक्टरों को मेडिसिन की उपलब्धता करवा कर इस बीमारी के प्रकोप से मरीजों को बाहर निकालने का काम होगा।


इसी प्रकार, पिछले दिनों मुख्यमंत्री द्वारा राज्य के सभी उपायुक्तों, प्रशासनिक सचिवों के साथ-साथ मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारियों के साथ की गई एक बैठक का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार से राज्य में कोविड-19 प्रकोप कम हुआ है, उसमें जिलों के उपायुक्तों का सराहनीय कार्य रहा है और उन्हें धन्यवाद किया है। इस बैठक के दौरान उपायुक्तों से महामारी की तीसरी लहर के संबंध में भी सुझाव लिए गए ताकि उन्हें महामारी से निपटने के लिए अमल में लाया जा सके